इसमें एक जटिल मिश्रण होता है जिसमें जैविक स्रोतों से प्राप्त सभी प्रमुख पोषक तत्व शामिल होते हैं। यह ह्यूमिक एसिड, फुल्विक एसिड और अमीनो एसिड से समृद्ध है। इन सभी सामग्रियों को मिश्रित करके दानेदार चमकदार काले मोती बनाए जाते हैं।
फ़ायदे:
मिट्टी से पोषक तत्वों का बेहतर अवशोषण होता है और परिणामस्वरूप पौधों की अच्छी वृद्धि होती है और उपज में वृद्धि होती है।
यह धीरे-धीरे पोषक तत्वों को छोड़ता है, जिससे वाष्पीकरण और अस्थिरता के कारण होने वाली बर्बादी कम हो जाती है। मिट्टी के कणों की बंधन क्षमता में सुधार होता है जो मिट्टी में पोषक तत्वों की लीचिंग हानि को रोकता है।
पौधे में एंजाइमेटिक गतिविधियों में सुधार करता है, जिससे तनाव प्रतिरोध बढ़ता है। फलों और सब्जियों की उपस्थिति और गुणवत्ता में सुधार लाता है।
खुराक:
भूमि की तैयारी के समय या रोपाई से पहले 2 किलोग्राम अंशुल रोबस्ट प्रति एकड़ डालें।