सावधानी:
मशरूम की खेती में ट्राइकोडर्मा विराइड का प्रयोग नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे मशरूम में रोग होता है।
फसलों पर आवेदन:
ट्राइकोडर्मा विराइड अनाज, बाजरा, दलहन, तिलहन, फाइबर फसल, चीनी फसल, चारा फसल, रोपण फसल, सब्जियां, फल, मसाले, फूल, औषधीय फसलों, सुगंधित फसलों, बागों और आभूषणों पर आवेदन के लिए उपयुक्त है।
लक्ष्ति रोग :
दालों की जड़ सड़न, मिर्च के पौधों में डम्पिंग ऑफ, मुरझाना, जड़ सड़न रोग, मुरझाना रोग, चारकोल सड़ांध और अन्य बीज जनित और फसलों में मिट्टी जनित कवक रोग।
मात्रा बनाने की विधि:
एलडर्म को 2-3 मि.ली. प्रति लीटर पानी के अनुपात में मिलाएं/बीज उपचार/ड्रिप सिंचाई/फार्म की खाद के लिए 10 ग्राम पर मिलाएं।
अलग-अलग पौधे के लिए 2 मि.ली./ 2 ग्राम/ लीटर पानी में मिलाकर सीधे मिट्टी में उपयोग करें।